लक्ष्मीपूजन ../स्नान महत्व ..

0

अक्षतांचे  अष्टदल

काढावे  चौरंगावर

ताम्हण स्थानापन्न 

पवित्र   कलशावर

ताम्हणी लक्ष्मीमूर्ती

शोभिवंत  खरोखर 

कुबेर  प्रतिमा  ठेवी

तिथेचं  राहे बरोबर 

धनेगूळ साळीलाही

बत्तासे वहा मातेवर

लक्ष्मी  माता  पूजने

प्रसन्न राही  सर्व घर

आरती  प्रार्थना करी

कृपा करं आम्हा वरं

गो  ब्राह्मण गरीबांना 

भोजन द्यावे पोटभरं

विनियोग  संपत्तीचा

देवी सांगे  छान  कर

आचरण करी उचीत 

शुभ होई आयुष्यभर

अमावस्या  असूनिही

असते  नित्य शुभंकर 

वृध्दीगंत  होई  लक्ष्मी

जशी वाढते  चंद्र कोर

– हेमंत मुसरीफ पुणे 

  9730306996

 www.kavyakusum.com

स्नान महत्व ..

नरक चतुर्दशी दिन

अभ्यंगस्नान महत्व

बाह्ममुहूर्त साधावा

गुण दे अविनाशत्व 

हवेत  जाणवे बदल

उत्साहवर्ध जीवीत्व

तैल मर्दन सर्वांगांस

जावो पूर्ण मलिनत्व

दुर्गुणांचे  परिमार्जन 

गळे अहम्अदंभित्व

मांगल्याची सुप्रभात

जाई द्वेषअलोलुपत्व

त्वचेला येई स्निग्धता 

हो स्नेह वर्धन ममत्व

उनपाण्याने स्नानकरे

लाभदायक नियंतृत्व

रज तम गुण जातीलं

स्नानानेवाढे गुणसत्व 

कारीट फळ ठेचायचे

नरकासुरवध कवित्व

अप मृत्यू निवारणार्थ 

यमतर्पणे येई तेजोत्व

दीपदान आज करावे

नियंतृत्व वृध्दीदातृत्व

स्नानाचे इतके महत्व

मनुष्य अंतरात देवत्व 

सणामागे दडलेशास्त्र

जाणावेकाय अस्तित्व

– हेमंत मुसरीफ पुणे

  9730306996..

 www.kavyakusum.com

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here